आँसू
Saturday, October 29, 2011
मेरा वजूद
1 comment:
Rudra
October 29, 2011 at 4:03 AM
ज़िदगी की कवायद जो सही तहजीब आपने इस गजल मे दी है
वो काबिले तारीफ है !!!!!!!!!!
Reply
Delete
Replies
Reply
Add comment
Load more...
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
ज़िदगी की कवायद जो सही तहजीब आपने इस गजल मे दी है
ReplyDeleteवो काबिले तारीफ है !!!!!!!!!!