जाने के बाद कुछ आँखो में नमी छोड जाऊँगा
मैं अपने किरदार में कुछ एहसास जोड जाऊँगा
चाहे कोई याद करे ना करे अपनी उम्र तक मुझको
य़ादों का मखमली मासूम सिलसिला छोड जाऊँगा
रंज होगा उन्हे भी जो छोड गए अपने ख्वाबो के लिए
जीते जी अपनी आवारगी का वो एहसास छोड जाऊँगा
मुझे भी वो याद रखे अपनी दुवाओं में कभी ना कभी
य़ादों का अपनी वो मुसलसल सिलसिला छोड जाऊँगा
नहीं जाया नहीं होंगी चाहते किसी एक शक्स के लिए
अब मैं चाहतों को, बिना रिश्ते के एक नाम दे जाऊँगा
.... © डॉ अलोक त्रिपाठी 2018
मैं अपने किरदार में कुछ एहसास जोड जाऊँगा
चाहे कोई याद करे ना करे अपनी उम्र तक मुझको
य़ादों का मखमली मासूम सिलसिला छोड जाऊँगा
रंज होगा उन्हे भी जो छोड गए अपने ख्वाबो के लिए
जीते जी अपनी आवारगी का वो एहसास छोड जाऊँगा
मुझे भी वो याद रखे अपनी दुवाओं में कभी ना कभी
य़ादों का अपनी वो मुसलसल सिलसिला छोड जाऊँगा
नहीं जाया नहीं होंगी चाहते किसी एक शक्स के लिए
अब मैं चाहतों को, बिना रिश्ते के एक नाम दे जाऊँगा
.... © डॉ अलोक त्रिपाठी 2018
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