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Saturday, September 14, 2019

सारे शब्दों को जला दोगे,

http://aprendizdeafrodite.blogspot.com/2015/01/
feitico-para-reunir-casal-separado.html
वो कहता है कि चले जाओ मेरी जिंदगी से
मै जी लूंगा तुम्हारे बिन भी, यकीं भी कर लिया
जिसमे एक पल के लिए भी हम अलग थे
भुला दोगे वो लम्हे भी हमेशा के लिए ?

गुजारी हमने एक एक पल जो सदियां थी
सपने जो कभी जिए थे हम साथ साथ
जिसकी कड़ियाँ जोड़ी थी हमने मिलकर
इतने ताकतवर हो गए कि सब तोड़ लोगे?

चलो माना कि  तुम सारी यादें मिटा दोगे
 प्यार के सारे धागे, सारे सामान जला दोगे,
सारे शब्दों को जला दोगे, मेरा दर्द जला दोगे,
लेकिन तेरे बिन, पर पल पल मरती हुई आहें?


डॉ आलोक त्रिपाठी (C) 2019





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